Bagli | ग्रामवासियों की एकता ने पेश की मिसाल, थलघेवरिया से कमलापुर मार्ग पर भरे गए गड्ढे, शासन को दिखाई राह
संवाददाता अनारसिंह चौहान। कमलापुर/देवास/मप्र : बागली तहसील से 25-30 किलोमीटर दूर ग्राम थलघेवरिया में जहाँ एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें जर्जर हालत में हैं और सरकारी तंत्र की उदासीनता दिखाई देती है, वहीं दूसरी ओर ग्राम थलघेवरिया के जागरूक ग्रामीणों ने जनभागीदारी और श्रमदान से एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। और गड्ढों को भरा गया।
थलघेवरिया से कमलापुर तक की मुख्य सड़क 3-4 किलोमीटर पर लंबे समय से बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे, जिससे ग्रामीणों, विद्यार्थियों, किसानों व राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लगातार शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को आवेदन व निवेदन करने के बावजूद भी जब कोई ठोस समाधान नहीं निकला, तो गांववासियों ने "अपनी सड़क, हमारी ज़िम्मेदारी" की सोच को अपनाया।
ग्राम थलघेवरिया के नागरिकों ने न केवल स्वयं श्रमदान किया, बल्कि जनप्रतिनिधियों से मिली आंशिक सहायता के साथ-साथ अपनी मेहनत की कमाई से सड़क मरम्मत का कार्य पूरा किया। गड्ढों को मुरूम और अन्य सामग्री से भरकर सड़क को फिर से चलने लायक बनाया गया।
इस प्रयास में सभी आयु वर्ग के लोगों की सहभागिता रही — युवा, बुजुर्ग, महिलाएं, और किसान सबने मिलकर "ग्राम विकास के लिए एकता और सेवा भाव" का संदेश दिया। यह कार्य न केवल शासन को जागरूक करने का माध्यम बना, बल्कि आने वाले समय में अन्य ग्रामों के लिए भी एक प्रेरणा है। "जहाँ सरकार मौन हो, वहाँ समाज की आवाज़ गूंजती है।"
सहयोग -
ग्रामीणों को बारिश में आने जाने में आ रही परेशानी को देखते हुए, जनप्रतिनिधियों द्वारा तत्कालीन समाधान हेतु 25-25 हजार रुपए का सहयोग किया। वहीं ग्रामीण युवाओं और ट्रैक्टर मालिकों ने भी रोड़ पर गड्ढे भरवाने जैसे जनहित कार्य में अपना योगदान दिया।