संवाददाता अनिल कुमार हांसदा।
बोकारो (झारखंड)। दिनांक 30/01/2024 बोकारो जिला में आदिवासी सेंगेल अभियान की तत्वाधान में बोकारो सेंगेल जिला अध्यक्ष सुखदेव मुर्मू की अध्यक्षता में एक बैठक दिशोम जाहेर गढ़ प्रांगण में की गई। बैठक को संबोधित करते हुए आदिवासी सेंगेल अभियान के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण मुर्मू ने कहा कि सरना धर्म कोड भारत के प्रकृति पूजक लगभग 15 करोड़ आदिवासियों के अस्तित्व, पहचान, हिस्सेदारी की जीवन रेखा है। आदिवासियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित करने के लिए कांग्रेस - बीजेपी दोषी हैं।1951 की जनगणना तक यह प्रावधान था।जिसे बाद में कांग्रेस ने हटा दिया और अब भाजपा जबरन आदिवासियों को हिन्दू बनाना चाहती है।
2011 की जनगणना में 50 लाख आदिवासियों ने सरना धर्म लिखाया था जबकि जैन की संख्या 44 लाख थी। अतः आदिवासियों को मौलिक अधिकार से वंचित करना संवैधानिक अपराध है सरना धर्म कोड के बगैर आदिवासियों को जबरन हिंदू ,मुसलमान, ईसाई आदि बनाना धार्मिक गुलामी को मजबूर करना है, सरना धर्म कोड की मान्यता मानवता और प्रकृति पर्यावरण की रक्षार्थ भी अनिवार्य है। आदिवासी सेंगेल अभियान अन्य आदिवासी संगठनों के सहयोग से 30 दिसंबर को भारत बंद और रेल-रोड चक्का जाम किया,जो सफल रहा,जिससे भारत सरकार के आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरना धर्म कोड के लिए उचित पटल पर बात रख कर समाधान करना चाहिए।इसी तरह भारत सरकार के जनजातीय विभाग के सचिव ने भी कहा कि सरना धर्म कोड आदिवासियों का लंबे समय से मांग है इसे दिया जाना चाहिए।अब आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के द्वारा भारत के राष्ट्रपति द्रोपदी को पत्र लिखकर भारत सरकार से 31 मार्च 2024 तक सरना धर्म कोड की घोषणा करने का अपील किया है। इसी तरह गिरिडीह जिले में स्थित मरांग बुरू पारसनाथ पहाड़ आदिवासियों का ईश्वर को 5 जनवरी 2023 को झारखंड की हेमन्त सोरेन सरकार ने जैनों को लिखित रूप से सौंपा है, इसको बचाना जरूरी है।उसी प्रकार कुर्मी/महतो को आदिवासी बनाने के लिए सभी पार्टियों ने वोट बैंक के लालच में हस्ताक्षर समर्थन किया है,जिसका आदिवासी सेंगेल अभियान विरोध करता है। इन्हीं मुद्दों को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान भारत के सात प्रदेश बिहार, बंगाल, असम, उड़ीसा, झारखंड, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में 15 मार्च से 31 मार्च 2024 तक सभी जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय शाक्ति धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें बोकारो जिला मुख्यालय में 15 मार्च 2024, रामगढ़ जिला मुख्यालय 18 मार्च, हजारीबाग जिला मुख्यालय 20 मार्च और गिरीडीह जिला मुख्यालय में 22 मार्च 2024 को शाक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। और 11 फरवरी 2024 से वीर शहिद तिलका मुर्मू जयंती के शुभ अवसर दिन से 21 फरवरी 2024 तक गांव-गांव में सरना धर्म कोड जन जागरण अभियान चलाया जाएगा।
31 मार्च तक सरना धर्म कोड की घोषणा नहीं हुई तो 7 अप्रैल 2024 को पुनः भारत बंद किया जाएगा। इसमें सरना धर्म समर्थक सभी संगठनों पार्टियों से भी सहयोग की अपील की जाती है।
बैठक में मौजूद झारखंड प्रदेश संयोजक करमचंद हांसदा, बोकारो जोनल हेड आनंद टुडू, बोकारो जोनल सेंगेल युवा मोर्चा अध्यक्ष विजय टुडू, बोकारो सेंगेल अध्यक्ष सुखदेव मुर्मू, बोकारो जिला संयोजक गोपीनाथ मुर्मू, कसमार प्रखंड अध्यक्ष विश्वेशर मुर्मू, पेटरवार प्रखंड अध्यक्ष सुरेश टुडू, चास प्रखंड सेंगेल युवा मोर्चा अध्यक्ष कालीचरण किस्कू, चास प्रखंड सेंगेल महिला मोर्चा महासचिव सविता मरांडी, कृष्णा किस्कू, राम सुंदरबेसरा, सुशील सोरेन, जगदीश हांसदा, फुलेश्वर मुर्मू आदि पदाधिकारी मौजूद थे।