संवाददाता गेंदालाल माकोडे़।
धामनोद (धार)। पिता का सपना और माता के संघर्ष ने बेटियों को दिलाई सफलता, बनी आयुष चिकित्सा अधिकारी।
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित आयुष चिकित्सक बनी रानू गोलकर के पिता स्व. जयराम प्रसाद गोलकर बीएसएनएल विभाग में जेई के पद पर रहते उनका निधन सन् 2010 में हो गया था। उनका सपना था कि बिटिया डाक्टर बने, पिता का सपना पूरा करने के लिए इनकी माता निर्मला गोलकर ने काफी संघर्ष कर 6 बहनों को अच्छी शिक्षा दिलाई। जिसमें सबसे बड़ी बेटी ज्योति नर्सिंग अधिकारी भीकनगाव, डाॅ सरिता गोलकर जिला चिकित्सा अधिकारी खरगोन, नीलम गोलकर माध्यमिक शिक्षक झिरन्या, डाॅ अमिता गोलकर आयुष चिकित्सा आधिकारी नर्मदापुरम और एक जिया गोलकर वर्तमान में चिकित्सा महाविद्यालय विदिशा में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। पुत्र सोहम गोलकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इस प्रकार मां का संघर्ष रंग लाया और सभी बहनों ने अच्छा मुकाम हासिल किया।
दुसरी बेटी नगर के पोस्ट मेन की बेटी हेमा बोरयाले है, जिन्होंने लगातार 12 से 15 घंटे पढ़ाई कर यह मुकाम हासिल किया, खास बात यह है कि दोनों बेटियां भील समाज से है।