जो चैतन्य है, उसे हर तरफ परमात्मा दिखाई देता है- सद्गुरु मंगलनाम साहेब
May 24, 2025
देवास। सारी दुनिया का संचालन चैतन्य ही कर रहा है। व्यक्ति की चैतन्यता जब पूर्णता पर पहुंचती है तो वह सब तरफ परमात्मा को देखना सीख जाता है। फिर वह सबकी पीड़ा-वेदना को समझना-देखना सीख जाता है। सभी पर दया भाव करना सीख जाता है। फिर व्यक्ति जड़ता को छोड़कर चैतन्यता की ओर जाएगा। जो परमात्मा की चैतन्यता को जान लेता है उसको ज़र्रे जरे में परमात्मा दिखाई देता है।
यह विचार सद्गुरु मंगलनाम साहेब ने सदगुरु कबीर सर्वहारा प्रार्थना स्थलीय सेवा समिति मंगल मार्ग टेकरी पर आयोजित गुरु-शिष्य चर्चा, गुरुवाणी पाठ में व्यक्त किए। उन्होंने आगे कहा कि जिसमें भी चेतना आ जाती है वह किसी भी जड़ को चैतन्य कर देता है, लेकिन जो चैतन्य को जड़ कर दे वो तो मूर्ख ही होता है। अब किसी की गर्दन काट कर आदमी को मार डालें, जो हिंसा क्रोध से भरा हुआ है। जो हर चैतन्य को जड़ करता हो वह परमात्मा को कैसे प्राप्त कर सकता है। जो परमात्मा की तरफ से भरपूर होता है वह हर जड़ को चैतन्य कर देता है। हर तरह से उसके अंदर सत्य, दया, प्रेम, विश्वास है। हर एक को दया भाव की नजर से ही देखता है। आगे कहा कि हिरण्यकश्यप ने भक्त प्रहलाद से कहा था कि प्रहलाद मुझमें और तुझमें तो चेतना है, लेकिन इस खडग और खंभ में कैसे चैतन्यता हो सकती है। परमात्मा कैसे प्रकट है। तब तत्काल खंभा फटा और भगवान ने नरसिंह रूप में अवतार लेकर प्रहलाद को संरक्षण दिया व हिरण्यकश्यप की नाभि में नाखून डालकर उसका वध कर दिया। इस दौरान साध संगत द्वारा सद्गुरु मंगलनाम साहेब को नारियल भेंट कर आशीर्वचन लिए।