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पुण्यश्लोक देवी अहिल्या बाई अलंकरण समारोह, 60 सामाजिक एवं सेवा कार्य की समितियों का सम्मान किया गया

रवि चौहान - जिला संवाददाता। नागलवाड़ी/बड़वानी : आंचलिक पत्रकार संघ वृत जुलवानिया के द्वारा पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर की त्रियोदशी शताब्दी वर्ष के अवसर पर श्री भिलट देव शिखर धाम नांगलवाड़ी पर देवी अहिल्या बाई अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। 

जिसमें मुख्य अतिथि पद्मा जगदीश जोशीला खरगोन, मुख्य वक्ता राष्ट्रीय कवि शशिकांत यादव देवास, विशेष अतिथि पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर, हिंदू जागरण मंच प्रांत सहसंयोजक दीपक शर्मा, श्री भिलट देव मंदिर समिति मुख्य पुजारी राजेंद्र बाबा, कथाकार मोहन भाई एवं अध्यक्षता श्रीमती बसंती बाई यादव सेंधवा ने देवी अहिल्या बाई, महर्षि नारद, भीलट देव के चित्र पर माल्यार्पण कर दी प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आयोजन समिति के प्रमुख अखिलेश साहू ने कार्यक्रम को लेकर अपने उद्बोधन में कहा कि सामाजिक क्षेत्र एवं धार्मिक क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण नशा मक्ति मानव सेवा के कार्य करने वाले ऐसे सामाजिक संगठनों को इस मंच पर सम्मानित कर देवी अहिल्याबाई की शताब्दी मनाई जा रही है।











 कार्यक्रम को पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर, राजेंद्र बाबा, मोहन भाई जी दीपक शर्मा ने संबोधित किया मुख्य वक्ता कवि शशिकांत यादव राष्ट्रीय हास्य रस के कवि ने अपने चिर परिचित और प्रभावशाली प्रभावित करने वाले अंदाज के अंदर अपना उद्बोधन शुरू किया राजनीति से लेकर मातृभक्ति राष्ट्रभक्ति के ऊपर कई अपने चिरपरिचि अंदाज के अंदर काव्य पाठ गीत सुनाए, जिसको सुनकर पूरा पंडाल तालिया से कई बार गूंजने लगा। श्री यादव ने कहा कि दुनिया का सबसे पहले कोई निस्वार्थ और निशुल्क कवि हुआ है तो वह यादव ही हुआ है उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने युद्ध के मैदान में अर्जुन को 18 अध्याय सुना दिए दुनिया के सबसे पहले ऐसे साहित्यकार और कोई नहीं यादव वंशी ही थे जो हमारे भगवान श्री कृष्णा थे। हम उन यादवों में से नहीं है जो चार खा जाय टोटी निकाल करके ले जा पत्रकारिता के बारे में भी कहा कि पत्रकार और साहित्यकार दोनों के पीछे कार लगा हुआ है कब कहां यह चले जाएं और कब क्या कर जाए कुछ कहा नहीं जा सकता और सबसे ज्यादा समस्या साहित्यकार और पत्रकारों को ही सामने आती है और पत्रकार और साहित्यकार ही हमेशा समाज का दर्पण होते हैं जो सरकार को और समाज को सही दिशा देते हैं। हमारा काम समाज के अंदर सकारात्मक पत्रकारिता का है यहां पर बैठे सारे पत्रकार से मैं कहना चाहता हूं कि आप कलम के धनी हैं आज समाचार पहले बिकता है बाद में छपता है, लेकिन हमारे पत्रकार यहां जो बैठे हैं आंचलिक पत्रकार हैं वह पहले छपते हैं बिकते कभी नहीं है, यह आपकी और हम साहित्यकारों की क्वालिटी है। आज के पत्रकारिता के अंदर जो स्थिति हो रही है उसके अंदर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने पत्रकारिता की खबरों को निम्नतम स्तर पर ला दिया है लेकिन आज भी अखबार में लिखी खबर का उतना ही सम्मान है  प्रभाव है आप दिनभर टीवी चैनल देख लो आपको संतुष्टि नहीं होगी समाचार सुन लो संतुष्टि नहीं होगी लेकिन जब आप अखबार पढ़ लेंगे तब आपको संतुष्टि होगी।

कार्यक्रम मुख्य अतिथि पद्मश्री जगदीश जोशीला ने कहा कि पद्मश्री सम्मान मुझे जरूर मिला है लेकिन यह सम्मान निमाड़ क्षेत्र की जनता का सम्मान है। मैं तो बस एक माध्यम हूं निमाड़ी भाषा को क्षेत्रीय भाषा का दर्जा दिलाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा हूं सभा में यह संदेश देना चाहता हूं कि खरगोन बड़वानी खंडवा कि निमाड़ क्षेत्र में जो निमाड़ी भाषा बोली जाती है उसे निमाड़ी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिलाने की लड़ाई अभी भी हमारी चल रही है। हम अपनी निमाड़ी भाषा को जन-जन तक पहुंचाएं हमारी बोलचाल की भाषा में निमाड़ी भाषा को लाइये निमाड़ी भाषा को भूलाया नहीं जाना चाहिए जब तक हमारी निमाड़ी भाषा जन जन तक नहीं बोली जाएगी, बोलने वालों की संख्या नहीं होती तब तक हम इस भाषा को राजभाषा नहीं बना सकते हैं।

इसके पश्चात सभी अतिथियों के द्वारा सामाजिक,  राजनीतिक, पर्यावरण, नशा मुक्ति, शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाले खरगोन बड़वानी जिले के शहर से अधिक सामाजिक संस्था एवं व्यक्तिगत रूप से श्री देवी अहिल्या अलंकरण से सम्मानित किया गया आयोजन समिति के संयोजक अनिल मालवीय, सहसंयोजक प्रकाश यादव, मुकेश  प्रभारी मुकेश अंबे और हीरालाल सोलंकी, खेतिया, पानसेमल,निवाली सेंधवा पलसूद राजपुर अंजड ,बड़वानी पार्टी ठीकरी जुलवानिया औझर, बालसमुद , सेगांव ,केली ,बड़वाह कसरावद के सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर पंकज कानूनगो एवं आभार समिति के अध्यक्ष अखिलेश साहू ने माना।

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