भाई की मौत के इंसाफ के लिए प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग ,लेकिन अब मुझे बना दिया आरोपीः श्वेता सिंह
रामगढ़|रांची रोड में सोनाली कुमारी की आत्महत्या की घटना के बाद मामला और बढ़ते जा रहा है। बीते 10 दिसंबर 2024 को मेरे भाई ने आत्महत्या कर ली थी । उसके बाद रामगढ़ थाने में इसको लेकर प्राथमिक की दर्ज हुई अनुसंधान लगातार चल रहा था, इसके क्रम में कोर्ट और रामगढ़ पुलिस के पास उनका आना-जाना लगा रहता था, वह बराबर प्रशासन और कोर्ट के माध्यम से यही मांग कर रही थी । मेरे भाई को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था । इस बात को लेकर वे पिछले 6 महीने से से दौड़ रही थी । लेकिन इस दौरान उन्होंने किसी के भी परिवार पर लांछन नहीं लगाया उनके परिवार का मात्र एक ही मकसद था, कि अपने मृतक भाई को इंसाफ दिला सकू क्योंकि उसने अपना एकलौता भाई खोया था।
श्वेता सिंह ने अपने मृत्यु भाई के इंसाफ के लिए प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग
बीते दो दिन पूर्व आरोपी सोनाली कुमारी द्वारा आत्महत्या कर ली थी ।आत्महत्या के बाद उसके पिता विमल यादव द्वारा मेरे ऊपर रामगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जो कि सरासर गलत है ,पुलिस से मांग है, कि वे इस मामले की जांच के बाद ही प्राथमिकी दर्ज करे ,क्योंकि सोनाली की मौत का जिम्मेदार श्वेता और उनके परिवार नहीं है ,पिछले 6 महीना से वह खुद पीड़ित है और अपने मृतक भाई के इंसाफ के लिए वह खुद दौड़ रही है ,ऐसे में अगर मेरे भाई के आरोपी के द्वारा आत्महत्या की जाती है, तो इससे उनका उनके परिवार में से किसी का या किसी गवाह का कोई लेना देना नहीं है। श्वेता सिंह ने कहा कि मृतक सोनाली के पिता विमल यादव द्वारा मेरी व्यक्तिगत जिंदगी और मेरे चरित्र पर टीका टिप्पणी की गई है ,जो कहीं से भी उचित नहीं है, जिस समय उसने अपना भाई को खोया था । उस समय उन्होंने किसी के बेटी और उनके परिवार पर किसी प्रकार का कोई टीका टिप्पणी नहीं की थी । लेकिन आज ऐसा देखने को मिल रहा है, जो बता रहा है ,कि उनका चरित्र किस प्रकार का है, बेवजह किसी को कैसे बदनाम करे उसे झूठे केस में फसाए यही उनका मकसद है। पहले मेरा भाई सौरभ को नुक्सान पहुँचाना उनका मकसद था ।और अब वो मेरे पीछे पड़े हैं ,तथा मझे फंसाना चाहते हैं ,बेटी की मृत्यु कि सहानुभूति लेकर, जिसको लेकर श्वेता सिंह ने जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग ।
श्वेता कुमारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने मृतक भाई के केस से संबंधी कई जानकारी और फ़ोटो को दिखाते हुए कहा कि वह जिला प्रशासन से स्वच्छ और निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं ,और उनका कहना है ,कि वह पिछले 6 महीने जो अपने भाई के इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है, ऐसे में किसी की गलती का आरोप उन पर मढ़ना सरासर गलत है।
श्वेता सिंह ने उतरी छोटानागपुर आईजी और रामगढ़ एसपी से मांग की है ,की पूरे मामले की वस्तु स्थिति से वह शुरू से परिचित है ,और वह जान रहे हैं, कि मेरे मृतक भाई का केस कोर्ट में लंबित है ,इस केस की आरोपी सोनाली कुमारी द्वारा किन परिस्थितियों में आत्महत्या की है, इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि वह खुद कहती हैं, कि इस मामले की जांच अच्छे से होनी चाहिए क्योंकि पूछताछ के दौरान जब मृतक सोनाली रामगढ़ थाना आया करती थी ।तो उस दौरान थाना परिसर में मृतक सोनाली के पिता ने कई बार सोनाली को मर जाने के लिए कहा उनका कहना था ,कि तुम्हारी मौत के बाद ही मेरे घर में सुख शांति लौटेगी और जो कलंक लगा है ,मिट जाएगा।
विपत्ति के समय जिसका पिता अपनी बेटी के साथ खड़ा ना हो और अगर वह आत्महत्या कर लेती है, तो उसका जिम्मेदार वह नहीं बल्कि उसका पिता है, जिसने अपनी बेटी के मोबाइल के जप्ती होने पर लोक लाज का डर दिखाया मुझे शंका है, कि कही विमल यादव ने ही अपनी बेटी की हत्या की हो या उसे आत्महत्या के लिए उकसाया हो ।
मृतक सोनाली के पिता विमल यादव की गतिविधि शुरू संदिग्ध रही है, और उनकी हमेशा से मानसा रही है मेरे पूरे परिवार को बर्बादी के कगार पर ले जाएं पहले मैंने अपना भाई खोया और अब वह जानबूझकर मुझे केस में फंसा कर मेरे पूरे परिवार को बर्बाद करना चाहते हैं लेकिन कानून और पुलिस के न्याय पर उन्हें भरोसा है कि जल्दी इस मामले में न्याय मिलेगा ।