महुआ टोंगरी में कोयले के अवैध धंधेबाजों द्वारा गजब का चल रहा है, अवैध कोयले का सिंडिकेट कमाईंस
रामगढ़|मौत के मुंह से कोयला काटकर निकलते मजदूर,कोयला माफिया कर रहे हैं ,कोयले का कारोबार
मांडू प्रखंड अंतर्गत कुजू ओपी क्षेत्र के सुगिया महुआ टोंगरी में एवं वन विभाग के अंतर्गत बंद पड़े खदान में इन दिनों धड़ले से कोयले का अवैध कारोबार खुलेआम चल रहा है,
महुआ टोंगरी में आदिवासी संथाल समाज के लोग रहते हैं, जहां आसपास के गांव के महिलाओं एवं पुरुषों से कोयला माफियाओं के द्वारा अपने अपने कोयले की माइंस खोलकर मजदूरी करने वाले महिला पुरुषों से न्यूनतम मजदूरी में जमीन के अंदर से कोयले कटवा कर बाहर जमा करवाई जाती है,जो खतरों से कम नहीं,और उसे रात में हाईवा में JCB से लोडकर आसपास के जितने भी आयरन स्पंज फैक्ट्रियां हैं, सभी में भेजी जाती है ,
हाल के दिनों रजरप्पा बंद पड़े खदानों में आग लगने एवं एक व्यक्ति कीमत की मौत से जिले में एवं रजरप्पा परियोजना पदाधिकारी और जिला प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोल और मुआवजे की मांग ग्रामीणों के द्वारा की गई ,साथ ही ऐसे कई घटनाएं लगातार क्षेत्र में देखने के लिए मिलते रहते हैं ,इसके बावजूद भी इस तरह के कार्यों को अनदेखा करते हुए जिले में सफेदपोश के आगे स्थानीय एवं जिला के पुलिस प्रशासन मौन है, क्योंकि बड़े अधिकारियों के आगे उनकी कुछ भी नहीं चलती |
झारखंड में हेमंत है ,तो हिम्मत है,यह स्लोगन सही साबित हो रहा है
कोयले के अवैध धंधेबाजों एवं सफेद सफेदपोश और उनके आड में अवैध कोयला बालू का कारोबार फल फूल रहा है,जिले में जब कोई पदाधिकारी नए-नए आते हैं, तो अपने कुर्सी संभालते ही जनता के बीच समाचार पत्रों एवं मीडिया में अपनी परिचय एक ईमानदार और नेक पदाधिकारी का कर्तव्य बताते हुए जिले में विकास एवं लूट चोरी डकैती,अवैध कारोबार पर रोक लगाने की पूरी जिम्मेदारी की बात का बखान होती है,लेकिन रामगढ़ जिले में करते कुछ हैं और दिखाते कुछ हैं|
जिला प्रशासन अवैध कारोबार करने वाले माफियाओं के खिलाफ चाहे बालू की हो या फिर कोयले की अवैध कारोबार करने वाले या आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती रामगढ़ जिला पुलिस तो दिखती है ,लेकिन वहीं दूसरी तरफ अगर बात करें काले कारनामे की तो धड़ल्ले से सफेदपोस एवं कुछ थाना प्रभारी की मिली भगत से खुले आम कोयले के कारोबार में संलिप्त होकर जिले के आसपास के जितने भी कल कारखाने हैं, सभी में कोयले का कारोबार किया जा रहा है ,
उपायुक्त के द्वारा अवैध कोयले के मुहाने पर बुलडोजर चलने के बावजूद भी जिले में चल रहा है, कोयले का अवैध कारोबार
रामगढ़ जिला के उपायुक्त के द्वारा लगातार अवैध कोयले के मुहानों को बंद करने को लेकर बुलडोजर चलाया जाता रहता है,और अवैध कोयला बालू करने वाले पर कड़ी कार्रवाई की जाती है इसके बावजूद भी कुछ ऐसे अवैध कोयले के माइंस है ,जहां से अभी भी निडरता पूर्वक चंद नाम चिन अवैध कोयला कारोबारी के द्वारा जो कि सिंडिकेट उनका सफेदपोशों के साथ जुड़ा हुआ है और धड़ले से इस कारोबार को करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं,
झारखण्ड में इन दोनों जनता त्राहिमाम है और सफेद पोश और सरकार के पदाधिकारी अवैध कारोबार करने में मालामाल है, जिससे राजस्व की भारी नुकसान हो रही है और सरकार विभागों में सही से काम नहीं कर पा रही है, जनता स्वास्थ्य पेयजल की समस्याओं से जूझ रही है, और विकास की राह देख रही है|