भाजी डोंगरी (सिंगपुर) में पर्यावास अधिकार और ग्राम सभाओं को लेकर महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन
सिंगपुर, 07 जून 2025: आज दिनांक 07 जून 2025 को भाजी डोंगरी (सिंगपुर) कार्यालय में पर्यावास अधिकारों के संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए एक अहम बैठक का आयोजन किया जा रहा है। यह बैठक क्षेत्र के 110 गांवों में प्रस्तावित ग्राम सभाओं की तैयारियों और कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से बुलाई गई है। यह पहल आदिवासी समुदायों, विशेष रूप से बैगा समाज, के अधिकारों को सुनिश्चित करने और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।बैठक का उद्देश्य और महत्व:
पर्यावास अधिकार, जो आदिवासी समुदायों के लिए उनकी जमीन, जंगल और जल संसाधनों पर अधिकार सुनिश्चित करता है, इस क्षेत्र में सामुदायिक विकास का आधार है। इस बैठक में ग्राम सभाओं के माध्यम से स्थानीय समुदायों की भागीदारी को बढ़ाने, उनकी समस्याओं को सुनने और उनके अधिकारों को लागू करने की रणनीति पर चर्चा होगी। यह आयोजन आदिवासी समता मंच के सहयोग से किया जा रहा है, जो लंबे समय से आदिवासी अधिकारों के लिए कार्यरत है।प्रमुख भागीदार:
बैठक में बैगा समाज के मुखिया, शाला संगवारी, सीधी भर्ती के कर्मचारी, और आदिवासी समता मंच के सभी कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। इसके अतिरिक्त, स्थानीय प्रशासन और अन्य हितधारकों के प्रतिनिधि भी इस चर्चा में शामिल हो सकते हैं। आयोजकों ने सभी संबंधित पक्षों से सुबह 11:00 बजे तक भाजी डोंगरी कार्यालय में उपस्थित होने का आह्वान किया है, ताकि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर एकजुटता और सामूहिक निर्णय लिया जा सके।ग्राम सभाओं की भूमिका:
ग्राम सभाएं आदिवासी समुदायों के लिए अपनी आवाज उठाने और स्थानीय शासन में भागीदारी सुनिश्चित करने का एक प्रभावी मंच हैं। ये सभाएं न केवल पर्यावास अधिकारों को लागू करने में मदद करती हैं, बल्कि सामुदायिक संसाधनों के प्रबंधन, विकास योजनाओं के कार्यान्वयन और सामाजिक न्याय के मुद्दों को भी संबोधित करती हैं। इस बैठक में इन सभाओं के आयोजन की तारीख, प्रक्रिया और सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने की रणनीति पर विचार-विमर्श होगा।आदिवासी समता मंच का योगदान:
आदिवासी समता मंच इस क्षेत्र में सामुदायिक संगठन और जागरूकता के लिए जाना जाता है। इस मंच ने बैगा समाज सहित अन्य आदिवासी समूहों के साथ मिलकर उनके हक और अधिकारों के लिए कई सफल पहल की हैं। इस बैठक में मंच के कार्यकर्ता ग्राम सभाओं की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अपने अनुभव और योजनाएं साझा करेंगे।आगे की राह:
यह बैठक आदिवासी समुदायों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर हो सकती है, क्योंकि यह न केवल उनके अधिकारों को मजबूत करेगी, बल्कि सामुदायिक एकता और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगी। स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी और प्रशासन के सहयोग से यह पहल क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता रखती है।आमंत्रण और संपर्क:
आयोजकों ने सभी हितधारकों से अनुरोध किया है कि वे इस महत्वपूर्ण बैठक में समय पर उपस्थित हों और अपने सुझावों व अनुभवों को साझा करें। अधिक जानकारी के लिए भाजी डोंगरी (सिंगपुर) कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।यह बैठक न केवल पर्यावास अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी, बल्कि आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम साबित होगी।