हरदा में बामसेफ का दो दिवसीय 35 वा प्रदेश अधिवेशन सफलता पूर्वक सम्पन्न।
संवाददाता पुरुषोत्तम कलम।
हरदा/मप्र। बामसेफ का बहुचर्चित दो दिवसीय प्रदेश अधिवेशन हरदा जिले में 30 व 31 अगस्त को सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अधिवेशन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की और संगठन को सशक्त बनाने का संकल्प लिया।
अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटक राजवीर अग्निहोत्री, (प्रदेश महासचिव आजाक) एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर धनसिंह भलावी (जयस संरक्षक हरदा ) मंच पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन राम लखन प्रजापति (प्रदेश महासचिव बामसेफ) प्रस्तावना अनिल सोमकूवर (प्रदेश अध्यक्ष बामसेफ) तथा अध्यक्षता डॉ. प्रो.नीलिमा बागड़े (राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रदेश प्रभारी बामसेफ) ने की।
कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों के पदाधिकारी उपस्थित रहे । कुल पाँच सत्रों में सम्पन्न इस अधिवेशन में संगठनात्मक विकास एवं विस्तार, सामाजिक लोकतंत्र की पुकार- संविधान केंद्रित राजनीति बने लोक सरोकार, राष्ट्रीयकरण का ठोस रोड मैप: बाबा साहब का राज्य समाजवाद जैसे अहम विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यक्रम का आरंभ प्रदेश अध्यक्ष अनिल सोमकूवर ने ध्वजारोहण से किया , तदोपरांत संगठन के पदाधिकारियों द्वारा प्रतिबद्धता एवं समर्पण की प्रतिज्ञा ली गई।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र का विषय सामाजिक लोकतंत्र की पुकार सविधान केंद्रित राजनीति बने लोक सरकार पर प्रस्तावना देते हुए बामसेफ प्रदेश अध्यक्ष अनिल सोमकूवर ने कहां की बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान सभा में 25 नवंबर 1949 को चेताया था कि राजनीतिक लोकतंत्र तभी टिक सकता है जब वह सामाजिक लोकतंत्र पर आधारित हो इसके लिए उन्होंने तीन स्तंभ बनाए समता स्वतंत्रता और बंधुता। अगर ये तीनों समाज में लागू नहीं हुए तो राजनीति सत्ता भी खोखली हो जाएगी।
इस सत्र की अध्यक्षता केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रदेश प्रभारी बामसेफ डॉ. प्रो.नीलिमा बागड़े ने किया
उन्होंने बताया कि राजनीति समाज का आईना है तो जैसा समाज का चरित्र होगा वैसे ही राजनीति होगी।वर्तमान में समाज में विषमता विकराल रूप से फैली हुई है।
प्रतिनिधि सत्र भाग 1 विषय संगठनात्मक विकास एवं विस्तार: एक कार्यशाला इस पर संचालन मेहरबान सिंह चौहान (प्रदेश उपाध्यक्ष,बामसेफ, म प्र) ,प्रस्तावना तुलसी साकेत (प्रदेश संगठन सचिव बामसेफ म प्र) ने रखी। वक्ताओ में प्रो.एस डी तीरपुड़े,पुष्पेंद्र पटेल, जय हिंद सिंह,राजाराम दावारिया रहे इन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करना जरूरी है। शाम को ही प्रतिनिधि सत्र भाग 2 के ग्रुप लीडरों का व्याख्यान शुरू हुआ।ग्रुप लीडरों में हेमराज सिंह पटेल, बी के साहू,अरुणा तीरपुड़े,नंदकिशोर बौद्ध,आत्माराम पचलासिया इन्होंने कहा कि संगठनात्मक विकास एवं विस्तार के लिए कार्यकर्ताओं में ईमानदारी,चरित्रवान , सकारात्मक होना आवश्यक है। इस प्रतिनिधि सत्र की अध्यक्षता राजीव सिंह ने की उन्होंने कहा कि संगठन के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए हम सभी को अपने विचार और आचरण को सही मायने में लोकतांत्रिक और संस्थाई बनाए रखे।
अधिवेशन के दूसरे दिन विशेष जन प्रबोधन सत्र 4 जिसका विषय राष्ट्रीयकरण का ठोस रोड मैप: बाबा साहब का राज्य समाजवाद इस सत्र का संचालन भारत गोयल (प्रदेश संगठन सचिव बामसेफ म प्र) प्रस्तावना धर्मजीत साकेत (प्रदेश उपाध्यक्ष,बामसेफ म प्र) ने रखी, वक्ताओं गण के रूप में सुनील चौरे (जिला अध्यक्ष आजाक हरदा),महेश पवार (प्रदेश प्रशिक्षण सचिव बामसेफ), बलवंत कुमार झोड़ (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बामसेफ),गोकुल प्रसाद देवड़ा (सामाजिक कार्यकर्ता,हरदा)नंदलाल हरियाले (जिला अध्यक्ष जांगड़ा महासभा, देवास)रहे. इस सत्र की अध्यक्षता कर प्रो एस डी तीरपुड़े ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आज निजीकरण के नाम पर रेल बैंक,शिक्षा, स्वास्थ,कोयला सब बेचा जा रहा है लेकिन बाबा साहब ने जो राज्य समाजवाद का रोडमैप दिया था वह कहता है कि जल जंगल जमीन जनता की संपत्ति है इन्हें बेचा नहीं जा सकता।
बाबा साहब अंबेडकर का राज्य समाजवाद कहता है प्रमुख उद्योगो का राष्ट्रीयकरण,भूमि का राष्ट्रीयकरण, बीमा और बैंकों का राष्ट्रीयकरण,हर नागरिक को रोजगार एवं न्यूनतम वेतन की गारंटी । इस सत्र की खासियत रही कि सत्र के दौरान समयलाल प्रजापति जो राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले सामाजिक क्रांति संस्थान शहडोल के ट्रेनिंग सेंटर के प्रबंधक है को अनिल सोमकुवर, संजय कनारे,स्वामी सिसोदिया,रामलाल प्रजापति, प्रो.एस डी तीरपुड़े, प्रो नीलिमा बागड़े , बसंत ढाकसे, अजय ओंकार, शेरसिंह,दयाराम जाटव इन्होंने आर्थिक सहयोग किया।
समापन सत्र का संचालन नारायण सिंह धुर्वे (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बामसेफ म. प्र )ने की, प्रस्तावना मोहन अंबेडकर (प्रदेश उपाध्यक्ष बामसेफ) मप्र ने रखी. अतिथि वक्ता गणों में, महिपाल सिंह (प्रदेश अध्यक्ष मूलनिवासी कर्मचारी कल्याण महासंघ) कौशल किशोर कोरी (प्रदेश अध्यक्ष मूलनिवासी संघ) डॉ. रजनीश प्रजापति (केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य दिल्ली) इंजी. अजय माझी (प्रदेश अध्यक्ष मूलनिवासी सभ्यता संघ मप्र) रहे।तथा इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए हरवंश सिंह (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बामसेफ) ने कहा कि व्यवस्था में बदलाव के लिए सत्ता जरूरी है लेकिन सत्ता चुनाव से ही नहीं बल्कि संगठित जनबल से मिलती है, हमे संकेद्रण क्षेत्र बनाने होंगे, संकेद्रण क्षेत्र से मतलब जहां हमारी संख्या, ताकत और संगठन मजबूत हो उन्हीं चुनिंदा क्षेत्रों में ताकत समय और संसाधन लगाकर जीत पक्की करनी होगी।
अंत में अजय ओनकर जिला संयोजक बामसेफ हरदा ने सभी को धन्यवाद की ज्ञापित किया।