मुख्य संवाददाता: दानिएल मुर्मू ।
रांची (झारखंड)। दिनांक 19/03/24 को झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक सीता सोरेन ने केंद्रीय अध्यक्ष झामुमो, गुरुजी शिबू सोरेन जी को लिखित इस्तीफा दिया तथा पार्टी के भीतर अपनी अनदेखी व खेद उस पत्र में प्रकट किया। पार्टी के भीतर विधायक महोदय को महत्व नहीं दिया जाना इसका मुख्य कारण है बताया जा रहा है।
वहीं सूत्रों का मानना है कि किसी और पार्टी के दामन को थामने के लिए ही उन्होंने झामुमो से इस्तीफा दिया है। पार्टी बदलने का मूल कारण उन पर चल रहे हॉर्स रीडिंग का केस है (अर्थात पैसे लेकर राज्य सभा के सांसद के लिए वोट का मामला)। और सभी जानते है कि वॉशिंग मसीन कहाँ है ...
सूत्रों का यह भी मानना है कि विधायक सीता सोरेन अपनी बेटियों का राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित करना चाहती है।
ऐसे समय में पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का जेल में होना और विधायका सीता सोरेन द्वारा पार्टी से इस्तीफा देना क्या सोरेन परिवार व पार्टी के हित में लिया गया निर्णय है ? सामने लोकसभा चुनाव है, देखना है कि उनका यह निर्णय किसे कुर्सी पर बैठाएगा और किसे गिराएगा ?