धामनोद (धार)। दिनांक 1 जनवरी 2024 सेवा निवृत्त राज्य कर अधिकारी व समाजिक कार्यकर्ता पोरलाल पोरलाल खरते द्वारा संस्कृति, प्रकृति, संविधान और लोकतंत्र संरक्षण हेतु द्वितीय चरण जो बाबा भीमराव अंबेडकर की जन्म स्थान अंबेडकर नगर (महू) से प्रारम्भ कर इन्दौर, खरगोन जिले में भ्रमण कर आज तीसरे दिन महेश्वर से धार जिले के धामनोद में प्रवेश किया गया। रास्ते में जगह-जगह सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया गया। धामनोद में सर्वप्रथम महेश्वर रोड बस स्टैंड पर भारत रत्न भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उपस्थित जन एवं कार्यकर्ताओं को पोरलाल खरते और मीना मौर्य द्वारा सम्बोधित किया गया। संबोधन में संस्कृति प्रकृति संविधान और लोकतंत्र संरक्षण एवं विशेष रूप से मानव जीवन के लिए जल जंगल जमीन को बचाए रखने पर जोर दिया गया। यात्रा का स्वागत चंद्रसिह सोलंकी, छतरसिह ठाकुर, हीरालाल पंड्रो, शोभाराम वास्केल, गेंदालाल माकोडे, मोहनसिह मुवेल, गणेश वास्केल, फत्तुसिह सोलंकी, फूलसिह सोलंकी, देवीसिह ठाकुर तथा अनेक समाज साथियो द्वारा यात्रा का स्वागत किया गया।
यात्रा धार जिले के बाद खरगोन और बड़वानी जिले मे होते हुए महाराष्ट्र और गुजरात राज्य में होते हुए 13-14-15 जनवरी 2024 को आदिवासी एकता परिषद द्वारा आयोजित आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन दादर नगर हवेली में होने जा रहे कार्यक्रम में 13 जनवरी को समापन होगा।